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World war II/ reason, starts dates, countries, memories.

                WORLD WAR II PART 2


WORLD WAR II


    नमस्कार दोस्तों।


     1) द्वितीय विश्व युद्ध कैसे शुरू हुआ?


                     World war II इंसानों के इतिहास में सबसे खूंखार युद्ध रहा है। कितने सारे बड़े बड़े शहर खत्म हो गए इस युद्ध में London, Tokyo, Hamburg, Berlin जैसे शहर।  मैं आपको आज के इस आर्टिकल मे world war II के बारे में पूरे गहराई में जाकर आपको कुछ बातें बताने की कोशिश करूँगा शुरू से लेकर लास्ट तक आखिर क्या हुआ था? क्यूँ हुआ था?  और उससे क्या असर पड़ा?  ये है World war II की पूरी कहानी।


     2) वर्साय की संधि।


    Treaty of peace/ world war II


                  हमारे कहानी की शुरुआत करते हैं साल 1919 से ये ओं साल था जब worldwar I खत्म हो गया था और फेमस Peace Treaty साइन की गई थी।  इस Treaty को कहा जाता है The Treaty of Versailles. इस treaty मे एक बड़ा इम्पोर्टेन्ट clause था Article 231 में इसमें लिखा गया था world war 1 जितना भी नुकसान हुआ था  उस सारे नुकसान की जिम्मेदारी Germany देश की थी।  इस Clause को War Guilt Clause भी कहा जाता है। यहाँ पर कहा जाता था कि युद्ध चाहे किसी भी देश के बीच में हुआ हो गलती सिर्फ और सिर्फ Germany  की ही है। असल में Brittan और France ये दो देश चाहते थे कि एक भारी कीमत चुकायें इस युद्ध को हारने की और और अपने सारे नुकसान की भरपाई Germany से ही लेना चाहते थे  



                   नतीजा ये निकला कि Treaty Of Versailles के मुताबिक Germany को 33 Billion Dollars की नुकसान भरपाई करने को कहा गया जो किया आज के दिन उसकी कीमत 270 Billion Dollar होती है।  


     3) प्रथम विश्वयुद्ध नुकसान भरपाई।


    World war I Compensation last installment paid Germany


                  ये इतना सारा पैसा होता है की  साल 2010 में जाकर Germany ने आखिरी किश्तें भरी थी 100 साल के करीब समय लगा अब आप सोचते होगे ये पैसा आता कहासे हे तो ये पैसा आता था देश से जनता से. इस पैसे की पहिली पेमेंट की जाती हे Germany द्वारा साल 1921 को और उसके तुरंत बाद Germany में भयंकर तरिकेसे Hyperinflation देखने कौ मिलती हे. Germany की currency थी उस वक्त German mark इतनी तेजी से ये निचे गिरती हे.




                   साल 1922 में Berlin में येक ब्रेड की कीमत थी 160 Marks आगले साल 1923 में इस ब्रेड की कीमत होती हे 200 Billion Marks जाहिर सी बात हे Economy निचे गिरी और Unemployment की समस्या बढने लगी येसे हालातों में यहा पर इन्ट्ररी होती हे.


     4) एडॉल्फ हिटलर world war II 


    ADOLF Hitler


                   ADOLF HITLER [1]》 की एक राज नैतिक युवा नेता जो कि अपने भाषणों के द्वारा लोगों को बेवकूफ बनाता था। साल 1923 में  Hither की Nazi party German सरकार को परास्त करने की कोशिश कर रही थी। हालांकि ये प्रयास फेल हो जाता है लेकिन Hitler की popularity लोगों के बीच में और भी जादा बढ़ जाती है। लोगों के बीच में अफवाहें फैलायी जाती है कि Germany को ये जो शर्मिंदगी सहन करनी पड़ रही है Germany की जो इंटरनेशनल बेजती हो रही है ये देश में रह रहे राष्ट्र विरोधी तत्व की वजह से हो रही है। लोग बहुत परेशान थे लोगों को बहकाना इन के लिए आसान था।




                  Hither कहता है कि देश में जो JEWS और SOCIALIST लोग रह रहे हैं गलती की है।  इनकी वजह से Germany का नाम बदनाम हो रहा है।  अगले 10 साल में भरपूर तरीके से प्रचार किया जाता है मीडिया को खरीदा जाता है। भड़काऊ भाषण दिए जाते हैं। साल 1929 में Great Depression भी देखने को मिलती है और बेरोजगारी की समस्याएं बहुत ज्यादा देखने को मिलती है।


     5) जर्मनी में बेरोजगारी की समस्या।




                     साल 1933 में 6 million लोग बेरोजगार होते हैं।  बहुत सारे लोग बेघर हो गए बच्चे भूख से मरने लगे थे।




                    नतीजा ये था साल 1933 में Hitler अपने आप को Germany का DICTATOR घोषित कर देता है।  अपने हाथों में फूल कंट्रोल लेने के बाद Hitler अपने German Empire के सपने को पूरा करने को निकलता है। येक Germany Reich एक ऐसा राज्य की जाति शुद्ध होगा जहाँ पर सिर्फ Aryan जाति के लोग यहाँ पर रहेंगे। Jews और Slaves लोगों के लिए यहाँ पर कोई जगह नहीं होगी।  लोगों के अंदर नफरत पैदा करने के लिये Judeo Bolshevism conspiracy theory बनाई जाती है। इस conspiracy theory के अनुसार Russian Revolution हुई थी साल 1917 वो Jews ने करवाई थी।  इसकी वजह से Soviet union की विघटन का कारण बना। साल 1935 में बाकी दुनिया को पता चला है की Germany के पास अपनी खुद की हवाई सैन्य बल शक्ति है।  आपको लगता होगा कि ये कौन सी बड़ी बात है हर देश के पास हवाई सैन्य  बल होता है। लेकिन Treaty of Versailles में ये शर्त रखी गई थी कि Germany के पास अपनी कोई सेना शक्ति नहीं होगी।  ये खुलेआम Hitler Treaty of Versailles को नकार रहा था।  उस टाइम Britain को लग रहा था की Treaty of Versailles मे जो लिखा गया था। ओ Germany के लिए अनुचित था।  हम इतना ज्यादा पैसा  उनसे ले रहे हैं इस देश की हालत क्या हो गई इसकी वजह से.

     6) ANGLO-GERMAN NAVAL AGREEMENT 


    Anglo-German Navel AGREEMENT


                 जून 1935 में Britain साइन कर देता है Anglo-German Naval Agreement पर इसके तहत औपचारिक रूप से मान्यता प्राप्त होती है Hitler अपनी Navy बना सकता हे.Germany कि अपनी खुद की Navy हो सकती है। लेकिन Germany की बढ़ती सैन्य शक्ति को देख कर France चौकन्ना हो जाता है।


    7) THE MAGINOT LINE 




                  France अपने पूर्वी सीमा पर 450 किलोमीटर लंबी fortification तैयार करता है। जिसे नाम दिया जाता है  THE MAGINOT LINE साल 1938 में जब Hitler को लगता है कि उसकी सैन्य शक्ति तैयार हो चुकी है वो अपनी पहली नज़र डालता है उसके बाजू में जो Austria देश है उस पर।


     8) World war II का पहला हमला।




               Austria देश Hitler के लिये चाहने वाला देश था वो चाहता था की सारे जर्मन  बोलने वाले देश एक देश बन कर रहे हैं। असली मकसद सिर्फ इतना ही नहीं था की बाकी आदेशों  पर कब्जा किया जाए अपनी ताकत बढ़ाने के लिये बल्कि ये भी था की बाकी देशो के संसाधन इस्तेमाल किये जाए अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए। 




                    Hitler जिनको जाति से श्रेष्ठ मानता था अपने Aryan जाति के लोगों को उन्हें वो LEBENSRAUM देना चाहता था। Living space देना चाहता था ताकि वो लोग खुल कर रहसकें।  फरवरी 1938 में Hitler Austrian Chancellor KURT SCHUSCHNIGG से मिलता है। ज़बरदस्ती करके एक एग्रीमेंट साइन करवा लेता है।  इस एग्रीमेंट के तहत Hitler pro-Nazi लोगों को Austrian Government में जगह देता है। Austrian सरकार में घुसपैठ करता है अपने लोगों को चुनकर।  




                 जैसे की Dr. Hans Fischbock को नया फाइनांस मिनिस्टर बनाया जाना था Austria में ये येक Nazi थे और बाकी जेल में रखे गए Nazi  को रिहा कर देते हैं।  कुछ महीनों के अंदर अंदर चीजें हाथ से बाहर निकल जाते हैं। Austrian Chancellor को लगता है हमें अगर इस घुसपैठ को रोकना होगा तो क्यों ना हम जनता से पूछ ले.




               क्या Austria स्वतंत्र देश रहना चाहता है या Nazi के साथ मिलकर एक देश होना चाहता है।  एक नेशनल वोट किया जाए इस चीज़ को लेकर। जैसे ही इस चीज़ की खबर Hitler को पढ़ती है वो अपने सैनिकों को लेकर Austria घुस जाता है। Vienna शहर के अंदर। Germany सैनिक घुसती हैं।


     9) ऑस्ट्रियाई चांसलर का इस्तिफा।




                     Austrian Chancellor कहते हैं मैं कोई खून खराबा नहीं चाहता इसलिए अपने पद से इस्तीफा दे देते हैं। Hitler अपने झूठे प्रचारों से गलत खबरें  फैलाता है की Vienna में दंगे हो रहे हैं। और Communists लोग इस दंगों के पीछे जिम्मेदार है।  इसकी वजह से Austrian सरकार ने हमारी सैनिकों को बुलाया है ताकि हम आप की रक्षा कर सकें।  अगले ही दिन Austrian Parliament भंग किया जाता है। और Austria एक स्वतंत्र देश नहीं रहता।  बिना किसी खून खराबे के एक मकसद पूरा होता है। इसके पीछे एक बड़ा कारण ये था कि बहुत सारे लोग Austria में Hitler के साथ थे।  क्योंकि वो लोग भी जुटे प्रचार का शिकार बन गए थे उन्हें भी लगता था कि Hitler का सपना एक अच्छी चीज़ है। हमारा देश सुपर पावर बन जाएगा एक तरीके से।


    10) हिटलर का चेकोस्लोवाकिया पर  कब्जा।




           Austria देश पर कब्जा करने के बाद Hitler की नजर पड़ती है अगले देश की तरफ CZECHOSLOVAKIA अब CZECHOSLOVAKIA के बोर्डर पर Sudetenland करके क्षेत्र हे वहाँ पर जो लोग रहते थे उनमें से करीब 30,00,000 लोग Germany थे अब Hitler एक बहाने के रूप में यहाँ पर कहता है कि ये वाला जो क्षेत्र है ओ हमारा होना चाहिए क्योंकि यहाँ पर जर्मन  लोग रहते हैं। यहाँ पर हमारे कहानी में इंटरव्यू होती हे British  Prime minister NEVILLE CHAMBERLAIN की ये किसी भी हालत में एक और युद्ध नहीं चाहते थे।  इनको लगता था कि Hitler जो मांगता है वो उसे देने से वो शांत हो जाएंगे और युद्ध नहीं होगा।  


    11) MUNICH AGREEMENT कब  साइन की जाती है?



            इसी कारण से सितंबर 1938  में MUNICH AGREEMENT साइन की जाती है. इसमें कहा जाता है कि Hitler जो जमीन मांग रहा है वो उसे दी जाती है। लेकिन इसके बदले में वो किसी युद्ध को अंजाम नहीं देगा। खुशी खुशी इस एग्रीमेंट को मान लेते हैं




            और उसके 1 साल बाद ही इस एग्रीमेंट को तोड़ देता है Hitler  और वो अपनी सैनिकों  को लेकर बचे हुए बाकी CZECHOSLOVAKIA पर कब्जा कर लेता है।  शुरुआत में थोड़ी लड़ाई होती, बाद में बड़े ही आराम से जर्मनी सेनिक इस युद्ध को जीतते है। और देश को दो हिस्सों में बांट दिया जाता है एक जर्मन इलाके  में और दूसरा हिस्सा Nazi client state बनाया जाता है। 




           एक पपिट सरकार बनायी जाती है यहाँ पर। SLOVAK REPUBLIC नाम से।  ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर CHAMBERLAIN को बड़ी आलोचना सहनी पड़ती है यहाँ पर।


     12) NON-AGGRESSION PACT


    Non AGGRESSION PACT 1939, world war II


              अब यहाँ पर Hitler की नजर पड़ती  हैं दूसरे देश  Poland पर यहाँ पर कब्जा करने के लिए Hitler बड़े चालाकी से Soviet union के साथ Non-Aggression Pact साइन कर लेता है  साल 1939 मैं। ऊपर ऊपर से देखकर लगेगा की Hitler तो Soviet union और communist से नफरत करता था तो फिर ये कैसे कर लिया?  इसके पीछे सिर्फ एक कारण था Poland पर कब्जा करना। Soviet union भी Poland का हिस्सा चाहता था और ये परिस्थिति एक दूसरे से मिलती थी।

             



             1 सितंबर 1939 को करीब 10 लाख Germany सैनिक Poland की तरफ चलने लगते हैं।  ये प्लान कर रहे थे कि की उत्तर और दक्षिण से हमला किया जाएगा. इस समय पर बाकी देश ये देखकर हैरान हो जाते हैं। UK और France को लगता है कि अब ये तो हद पार हो रही है। आगर Hitler ऐसे ही एक के बाद एक देश पर कब्जा करता गया तो अगला नम्बर हमारा भी आएगा दुनिया का क्या होगा?  और हम इस चीज़ को नज़र अन्दाज़ नहीं कर सकते। 


     13) ब्रिटेन की आखरी चेतावनी।

    British last warning world war II


             UK येक अंतिम चेतावनी देता हे Hitler को  Poland पर कब्जा किया तो हम यहाँ पर युद्ध डिक्लेयर कर देंगे। Hitler इस चेतावनी को  नज़र अंदाज कर देता है।  इसके चलते UK आधिकारिक तौर पर युद्ध डिक्लेयर कर देता है जर्मनी के खिलाफ़। इसके बाद  France, Australia, New Zealand, south Africa, Canada भी युद्ध की घोषणा कर देते हैं। Germany के खिलाफ़।




           UK प्रधानमंत्री NEVILLE CHAMBERLAIN रेडियो पर युद्ध की घोषणा कर देते हैं। लेकिन इस समय पर हकीकत में world war II शुरू नहीं हुआ था इस टाइम को PHONEY WAR कहा जाता है।  इसका मतलब कहने के लिए युद्ध घोषित किया था। असलियत में Poland को किसी भी तरह का सैनिक सहायता नहीं दी गई थी।


     14) हिटलर द्वारा पोलैंड पर कब्जा।



            Poland अपनी आर्मी बहुत ही ओल्ड फैशन थी ये अभी भी घोड़ों का इस्तेमाल करते थे अपनी सैनिक में Germany की मिलिट्री स्ट्रैटेजीज के सामने ये बिलकुल भी नहीं टिक पाए और ना ही Britain ना ही FRANCE इन्हें बचाने आ पाए करीब 13 लाख लोग Poland की तरफ से एक जुत हुए थे लेकिन एक हफ्ता भी नहीं लगा जर्मन सैनिक को इन्हें हराने में 8 सितंबर 1939 जर्मन सैनिक Poland  पर कब्जा जमा लेते हैं। 


    15) हिटलर की ब्लिट्जक्रेग रणनीति।




             यहाँ उल्लेख करना बनता है दोस्तों Hitler की Revolutionary warfare strategy  के बारे में जिसे Blitzkrieg strategy कहा जाता था | इसकी मदद से Hitler ने काफी देशों को  सफल आक्रमण किया। ये येक ये सी सैन्य रणनीति थी जिसमें रफ्तार और ताकत पर केंद्र किया जाता था? इतनी तेज़ी से हम दूसरों के देश में आक्रमण करेंगे टैंकों का इस्तेमाल करके दूसरों को मौका ही नहीं मिल पाएगा सोचने का फिर वो ऊपर से हमारी हवाई फोर्स आएगी जिसे LUFTWAFFE कहा जाता था और आक्रमण जो है वो एक Lightning speed  से होगा। BLITZ शब्द का मतलब जर्मन में Lightning होता है। Hitler का फोकस था छोटी से छोटी लडाई जिती जाए। ऐसी वॉर लड़े वो जो जल्दी से जल्दी खत्म हो जाए, एक हफ्ता भी ना लगे। इस को Blitzkrieg को बनाए रखने  के लिए German सैनिक  को ड्रग्स भी दिए जाते थे। 


     16) PERVITIN नाम का एक ड्रग।




            PERVITIN नाम का एक ड्रग बड़ा कॉमन था, जिसे आज के दिन हम CRYSTAL METH के नाम से जानते हैं। ड्रग को जब लिया जाएगा तो आप की जो थकान होती है वो दूर हो जाती है । रात को आपको सोने की जरूरत नहीं पड़ती आपकी भूख प्यास कम हो जाती है, दर्द कम लगने लगता है और एक अजीब सा आत्मविश्वास आ जाता है आपके अंदर ऐसे ड्रग्स सैनिक को देना बहुत ही लाभ दाई हुआ। हालांकि उनकी दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होगा, लेकिन अल्पावधि में इस लड़ाई को जीतने के लिए बहुत कामयाब रहा। दूसरी तरफ के  सैनिक रात को सोने में अपना टाइम बर्बाद करेंगे, लेकिन जर्मन सैनिक दिन रात दिन रात करके दो 3 दिन में काम निपटा सकते हैं। आगे आप देखोगे की Blitzkrieg सैनिक रणनीति कितनी कामयाब साबित होती है Germany के लिए। 




           Poland पर वापस आए तो Poland को ना सिर्फ Hitler के द्वारा आक्रमण किया जाता है। बल्कि दूसरी तरफ से Soviet union  भी आक्रमण करता है। हार के बाद Poland को दो में बाट दिया जाता है। आधा हिसा Nazi Germany के पास और आधा हिंसा Soviet के पास Soviet अपना लॉजिक देता है Russian क्रांति से पहले ये एरिया जो था वो असल में Soviet का ही था। इसलिए उसे डिज़र्व करते हैं। लेकिन Soviet के परिप्रेक्ष्य से एक और देश था जो 1917 से पहले Russian empire का हिस्सा था। Finland Stalin को डर था कि Germany अब Finland और आक्रमण करेगा। और Stalin जो हे ओ Hitler पर इतना भरोसा नहीं करता था।




              सबसे बड़ी समस्या  इस चीज़ में ये होती हे की Leningrad शहर जहा Stalin रह्ता था उससे 50 किलोमीटर दूर था Finnish Border से अगर Finland को वास्तव में Nazi Germany के द्वारा कब्जा कर लिया जाता तो बहुत बस आ जाते हैं Stalin के घर के। इसीलिए इससे पहले वेट किया जाए कि Hitler आके Finland पर कब्जा जमाये अपना Soviet union कहता है Finland को की मुझे अपनी टेरिटरी दे दो। Finland इस के लिये मना कर देता है और Soviet फिर मिलिट्री ऐक्शन लॉन्च करता है Finland के खिलाफ़ नवंबर 1939 में। ये वाली लड़ाई भी बड़ी आक्रमक लड़ाई थी। Soviet union की सैन्य शक्ति कई  ज्यादा बड़ी थी Finland के मुकाबले में उनकी हथियार भी बहुत बेहतर थे। लेकिन दो महीने से ज्यादा तक ये लड़ाई चलती है और Soviet ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाता। आखिरकार मार्च 1914 में यह लड़ाई खत्म होती है।


     17) MOSCOW PEACE  TREATY




             और एक और MOSCOW PEACE  TREATY  साइन की जाती है। जिसके तहत Finland 11% अपनी जमीन Soviet union को दे देता है। इस बीच Hitler की नजर असलियत में Finland पर नहीं थी,बल्कि Norway और Denmark पर थी। एप्रिल 1914 में Hitler अपने योजना तैयार करता है। की कैसे Norway और Denmark को अपने कब्जे में लिया जाए? 




          9 एप्रिल 1940 Hitler अपनी रणनीति का इस्तेमाल करता है। Norway और Denmark के देश में हमला करने के लिए ये लड़ाई भी ज्यादा दिन नहीं चलती। दोनों बहुत छोटे से देश है। कहाँ से मुकाबला कर पाएंगे जर्मन सैनिक के आगे और Norwegain सरकार अपनी जान बचाकर भाग निकलती है London की ओर और London में जाकर एक GOVERNMENT IN EXILE बनाई जाती है। Hitler Norway में अपनी एक पपिट Pro-Nazi सरकार  खड़ी कर देता है। 


     18) ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल।




            Britain के प्रधानमंत्री NEVILLE CHAMBERLAIN अपने हार को स्वीकार करते हैं, उन्की हार की वो अपने आस पास के इतने सारे देशों को बचा नहीं पाए Nazi आक्रमण से, इसी के चलते 10 मई 1940 को वो अपना इस्तीफा दे देते हैं। प्रधानमंत्री के पद से. प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने की जिमेदारी अब मिलती है Winston Churchill को.

     



         उसी दिन 10 मई को Hitler एक हमला करता है। France, Belgium, Netherlands और Luxembourg के देशों के खिलाफ़ ये All out war  का ऐलान था। सबको दिख रहा था कि Hitler अब रुकने वाला नहीं है। मैंने आर्टिकल के शुरू में बताया था की कैसे France ने Maginot Line बनाई थी। उन्हें पहले से ही डर था कि Hitler कहीं उनके देश पर हमला न कर दें तो उन्होंने सीमा पर दीवार बनानी शुरू कर दी थी। अब इस दीवार के पास France के सैंनिक जाकर खड़े हो जाते हैं। अपने देश को बचाने के लिए। Belgium और Luxembourg के सीमा पर Alied Forces खड़ी है इन देशों को बचाने के लिए Hitler अपनी Trademark Blitzkrieg रणनीती का इस्तेमाल करता है। 1000 से जादा Fighter विमान जमीन पर करीब 30,00,000 लोग जर्मन सैनिक पास थे लडने केलिये इस लड़ाई को कहा जाता है THE BATTLE OF FRANCE. Germany सैनिक टुकड़ियों को 3 गट में बाटा  जाता है। 




                      A,B और C ग्रुप B का काम था की वो Netherlands पर हमला बोले और फिर Belgium में जाकर Aligned Forces के साथ लड़ें। ग्रुप C का काम था की वो Maginot Line लाइन पर जाकर हमला करना। 




             अब ग्रुप A  का काम था असल में मास्टर प्लैन था, ग्रुप C  का जो हमला था Maginot Line पर वो सिर्फ एक ध्यान भटकाना था ताकि ग्रुप A चुपके से अपना मास्टर प्लैन कर सके France के अंदर घुस सके। Ardennes Forest के जरिये ये जंगल एक बड़ा जंगल था जिसे France के मिलिट्री एक्सपर्ट्स मानते थे की एक बड़ी Fortress की तरह है। ये जर्मन सैनिक कभी भी इस जंगल के ज़रिए नहीं आएगी क्योंकि आना बहुत मुश्किल होगा। उन्होंने बिल्कुल भी नहीं सोचा था कि जर्मन सैनिक बिलकुल इसी जंगल से आएगी। 40,000 से ज्यादा सैनिक रन गार्डों का इस्तेमाल करके ग्रुप A इस जंगल के द्वारा घुसता है। 15 मई 1940 को ये Sedan को कब्जे में कर लेते हैं और उत्तर की तरफ निकलते हैं। 




               जो British सैनिक और French सैनिक Belgium में  जो लड़ रहे थे ग्रुप B  के साथ उन्हें बड़ा झटका लगता है ये देखकर कि अचानक से यहाँ पर इतनी बड़ी फोर्स उनके पीछे से आ गई है। इन सैनिकों को तीन दिशाओं से घेर लिया जाता है Nazi सैनिकों द्वारा भागने का बस सिर्फ एक ही रास्ता बचता है समुद्र की ओर port of Dunkirk  के पास और वहीं से ही ये भागने का प्लान बनाते है। Dunkirk में जो होता है ये World war 2 की कहानी में एक ऐतिहासिक मोड़ था। बात क्या थी की करीब 4,00,000 Allied सैनिक Dunkirk के बीच पर फंसे हुए थे। Allied शब्द का जब मैं इस्तेमाल कर रहा हूँ। तो इसका मतलब होता है British और French सैनिक जो देश Hitler के खिलाफ़ लड  रहे थे। उनके ग्रुप को Allies power को कहा जाता है। और जो Hitler  साथ लड रहे थे। उन्हें Axis power कहा जाता है, तो इन Allied सैनिक को टाइम पर बचाना बहुत जरूरी था, क्योंकि बड़ी तेजी से Nazi की सैनिक वहाँ पर आगे बढ़ रही थी। इनके पास बचने का कोई रास्ता नहीं था। अगर टाइम पर इन्हें बचाया नहीं गया तो 4,00,000 सैनिक यहाँ पर मारे जाएंगे। बहुत बड़ा झटका लगेगा Britain और France को शायद वो अपने देश भी हमेशा के लिए खोदेगे। 


      19) Operation Dynamo launched



      

          Winston Churchill एक रणनीति बनाते हैं। इन सैनिकों को बचाने का 26 मई 1940  को Operation Dynamo launched  किया जाता है। मिलिट्री के इतिहास में आज तक का सबसे बड़ा इवैक्युएशन जमीन पर जर्मन सैनिक लगभग बीच तक पहुँच चुकी थी सैनिकों पर फायर करने लग रही थी आसमान में जर्मन हवाई सेनिक बीच पर हमला कर रही थी.  4 जून 1940 करीब 3,50,000 सैनिक को सफलतापूर्वक बचाया जाता है। लेकिन बुरी खबर ये होती है कि ज्यादातर मिलिट्री इक्विपमेंट्स Allied फोर्स का खत्म हो जाता है।




           कुछ दिन बाद 20 जून 1940 France भी Hitler के सामने सरेंडर कर देता है। इस समय पर जो Italy देश था डिक्टेटर का राज़ था Mussolini नाम से वो Hitler के साथ Alliance बनाता है France के खिलाफ़ जंग छेड़ने के लिए।




              जो Italy और Germany की गठबंधन बनता है उसे PACT OF STEEL कहा जाता है। ये दोनों देश France और Britain के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा करते हैं। 10 जून को तो जुलाई 1914 तक हालात कुछ ऐसी है की Hitler ने अपने आसपास के  सारे देशों पर कब्जा जमा लिया है।




             Austria, Poland, Denmark, Norway, Belgium, Luxembourg, Netherlands , France इस समय  पर अब यूरोप में सिर्फ तीन बड़े देश बचे हैं। Hitler का Germany, Britain और Soviet union. Germany और Soviet union के बीच में एक Peace Agreement है तो Hitler को Soviet union से डरने की कोई जरूरत नहीं है। Soviet कभी हमला नहीं करेंगे Germany पर। Britain इकलौता देश है अब जो Germany के खिलाफ़ खड़ा था।  


     20) World war II में अमेरिका की भूमिका क्या थी?




           आपके दिमाग में सवाल उठ रहा होगा कि  America की क्या भूमिका थी? तो America इस समय world war 2 में शामिल नहीं हुआ है। अमेरिका ने अपने हाथ पीछे रख रखे है। क्योंकि World war I  में जो हुआ था उसके बाद अमेरिका ने कहा कि मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है। यूरोप में जो भी होता रहे मैं अपने हाथ दूर रखूँगा। यहाँ से तो ये बात बड़ी साफ है कि अगर इस समय पर लड़ना बंद कर दिया जाए। तो Hitler इस युद्ध को जीत चुका है। इतनी बडी मजबूत स्थिति है Hitler के पास। तो फिर कैसे होता है ये की परिस्थिति पलटती है और BRITIAN जो हे GERMANY को हरा पाता हे ? इसके आगे की कहानी की बात करते हैं हम दूसरे भाग में।

    धन्यवाद!


    आगला लेख:-

    WORLD WAR II  {PART 2}


    1} प्रथम विश्व युद्ध क्यों हुआ?


    2} अमेरिका ने हिरोशिमा और नागासाकी पर  परमाणु बमबारी क्यों कि?

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