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THE KERALA STORY/ realty, isis cases, proselytism,Evidence.


केरला कहानी की वास्तविकता क्या है?





नमस्कार दोस्तों।


केरला कहानी की वास्तविकता क्या है?


           हाली में एक फ़िल्म रिलीज हुई THE KERALA STORY से जीस पर बड़ी चर्चा हो रही है। इस फ़िल्म में दिखाया गया है की कैसे केरला में एक खुफिया खेल खेला जा रहा है। बेगुनाह औरतों को इस्लाम में जबरदस्ती कन्वर्ट करने का और उन्हें ISIS के पास भेजा जा रहा है।




               इस फ़िल्म की और फ़िल्म डायरेक्टर के अनुसार करीब 32,000 लड़कियों के साथ ऐसा किया गया है। जो की आज के दिन Syria और yemen के रेगिस्तान में दफन हे। क्या है केरला फिल्म पीछे की असली कहानी और केरला फिल्म में कितनी सच्चाई है? आइए जानने की कोशिश करते हैं आज के इस लेख में।

    1) एडॉल्फ हिटलर की किताब मेरा संघर्ष।




        आज से करीब 100 साल पहले Germany के तानाशाह ADOLF Hitler ने अपनी एक किताब लिखी थी। मेरा संघर्ष (MEIN KAMPF) नाम से इस किताब में इसने बताया था एक प्रचार तकनीक के बारे में, 


       1.1} पहिली प्रचार तकनीक।


        इतना बड़ा झूठ बोलो कि लोगों को लगे यार ये इतना बड़ा झूट थोड़ी बोल सकता है। जो ये बात कह रहा है तो कुछ तो सच्चाई होगी बात में। जब झूट इतना बड़ा हो, इतने कॉन्फिडेंस के साथ बोला जाये तो कुछ लोग उसे सच मान बैठते हैं। लोगों को लगता है यार कोई इतना बड़ा झूठ थोड़ी हो सकता है। इस टेक्नीक के ऐडिशन में एक दूसरी प्रचार तकनीक बताई थी। 

       1.2} दूसरी प्रचार तकनीक बताई।




               Hitler के प्रचार तकनीक मिनिस्टर JOSEPH GOEBBELS ने GOEBBELS ने कहा की दुहराई (repetition) भी यहाँ पर बहुत जरूरी है। इस बड़े झूठ को बार बार, दोहराते रहो, दोहराते रहो ईतनी बार इस बड़े झूठ को दोहराओ कि लोगों को चार चार अलग अलग सोर्सेस से यही झूठ सुनने को मिले? ऐसा करने से लोग और कन्विंस हो जाते हैं। 

       1.3} तिसरी प्रचार तकनीक।




         फिर एक तीसरी टेक्नीक बताई जाती है। आधा सच (Half Truth) की बीच, बीच में अपनी बातों में आधा सच भी बोलो। क्योंकि क्या है ना कुछ लोग आज के दिन बड़े झूठे को बड़ी आसानी से पहचान लेते है। जब कोई कहता है की अरे यार कोई इतना बड़ा झूठ थोड़ी ना बोले गा। लोग कहते है भाई तुझे पता नहीं है कितना बड़ा  झूटा हे। तो जो लोग इन बड़े झूठ से कन्विन्स ना हो, उनके लिए यह आधा सच है । मैं आपको ये बाते क्यों बताने लग रहा हूँ। आपको ये सारी प्रचार तकनीक के बारेमे क्यों बता रहा हूँ। इसका कारण हे आज आप इस लेख में देखोगे कि कैसे इन तीनों टेक्नीक्स का इस्तेमाल किया गया है। लोगों को बहकाने के लिए।

    2) SUDIPTO SEN से पुच्छा गया कि ये फ़िल्म कौन सी सच्ची घटनाओं से इन्स्पाइअर्ड है?




           THE KERALA STORY फ़िल्म के डायरेक्टर SUDIPTO SEN से पुच्छा गया कि ये फ़िल्म कौन सी सच्ची घटनाओं से इन्स्पाइअर्ड है? इन्होंने कई चीजें कही हैं।  #1 पहला इन्होंने कहा साल 2010 में KERALA के जो पूर्व मुख्यमंत्री थे Oommen Chandy उन्होंने एक स्टेटमेंट दी थी KERALA की असेंब्ली में। आप इस स्टेटमेंट को गूगल कर सकते हो और कुछ एक India Today की रिपोर्ट सामने आती हैं। 2500 औरतें इस्लाम करेला Oommen Chandy बात तो सही है।

    #2 फिर कहा गया कि एक और पूर्व मुख्यमंत्री V.S. Achuthanandan  ने एक समय पर कहा था की केरला अगले 20 सालों में इस्लामिक स्टेट बनने वाला है। आप इस चीज़ को गूगल पे सर्च करते हो और आपको YouTube या Twitter पे विडिओ दिखता है। लगता है यार ये बात भी सही है।

    #3 फिर फ़िल्म के टीजर में दिखाया जाता है। एक लड़की कहती है की मैं फातिमा हूँ और मैं अफगानिस्तान की जेल में हूँ। आप इस चीज़ को गूगल पे सर्च करते हो और हिंदू का एक न्यूज़ आर्टिकल दिखता है। फातिमा अफगानिस्तान की जेल इस्लामिक स्टेट ये चीज़ भी सही है।

     यही सारी चीजें दोस्तों एक बढ़िया उदाहरण है। आधा सच ( Half-truths ) का ज्यादातर लोग ऊपर ऊपर से हेडलाइन्स पढ़ लेते हैं, लेकिन डिटेल में नहीं जानते।


      2.1} Oommen Chandy स्टेटमेंट।



     
             पहले आर्टिकल की बात करते हैं साल 2012 का ये India Today का आर्टिकल KERALA के पूर्व मुख्यमंत्री Oommen Chandy इन्फॉर्म करते हैं। राज्य विधानसभा को कि साल 2006 से 2012 के बीच में 2667 औरतों ने इस्लाम में कन्वर्ट किया। 6 सालों में करीब 2500 औरतों ने। लेकिन बात नोट करने वाली ये है की क्या उन्होंने कभी भी `Forced Conversion शब्द का इस्तेमाल किया? उन्होंने कहा कि हम अपनी स्टेट में कोई Force Conversion नहीं होने देंगे और ना ही हम मुसलमानों के खिलाफ़ नफरत अभियान बर्दाश्त करेंगे। लव जिहाद के नाम पर। क्या यहाँ पर कहीं भी मेन्शन किया गया की कोई भी कनवर्टेड औरत ISIS को जाकर जॉईन कररही है। बिल्कुल नहीं,

      2.2} वी.एस. अच्युतानंदन का इंटरव्यू।





            दूसरा प्रमाण देखते है पुर्व मुख्यमंत्री  वी.एस. अच्युतानंदन का इंटरव्यू ये केरला के चीफ मिनिस्टर रहे थे 2006 से लेकर 2011 के बीच में। जो वीडियो फैलाया जा रहा है, उनका पुराने वाला इसे सनशाइन पिक्चर्स ने अपलोड किया था। सेम कंपनी जिसने फ़िल्म बनाई। सबसे पहली चीज़ तो इन्होंने इंग्लिश सबटाइटल्स के साथ छेड़छाड़ करी।
     



           जो शब्द उनके द्वारा बोले जा रहे हैं और जो सबटाइटल्स यहाँ लिखे जा रहे हैं, वो सही नहीं है। दूसरी चीज़ यहाँ पर वी.एस. अच्युतानंदन ऐक्चूअली में PFI को कड़ी आलोचना कर रहे थे।




         ये कहते हुए कि वो और धर्मों के युवा को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। जबरदस्ती पैसे देकर मुसलमान औरतों से शादी कराकर। यहाँ पर भी IsIs का कोई मेन्शन नहीं है। दूसरी चीज़ स्टेटमेंट को दिए हुए 13 साल हो चूके हैं। केरला आज भी उतना ही सेफ सेक्युलर स्टेट है जितना 13 साल पहले था।

      2.3} फातिमा अफगानिस्तान की जेल इस्लामिक  स्टेट।





        अब अगले आर्टिकल को देखते है जून 2021 का आर्टिकल। ये atrial  बात करता है चार केरला की औरतों के बारे में, जो अपने पती के साथ अफगानिस्तान गई। इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रोविन्स में शामिल करने 2016 से 18 के बीच में। इनके पती अलग अलग हमलों में मारे गए। इनके नाम है निमिशा, अलिया, फातिमा इसा, सोनिया सबास्टियन, अलिया, आएशा,  मेरी इन जेकब, अलियास, मरियम और रफील।



            अगर हम NIA कि 2016 की लिस्ट देंखे ऑफ 20 मोस्ट वॉन्टेड इन्डियन्स इन इस्लामिक स्टेट से इन चार औरतों के नाम यहाँ भी देखते हैं। इनके अलावा दो और औरतें Ajmala और Shamasia इन दोनों के हस्बैंड चचेरे भाई थे। और इन 6 औरतों के पती उपर आप फोटो में देख सकते हैं। 



          इन छह औरतों में से तीन ऑलरेडी मुस्लिम थी, दोनों कन्वर्ट किया क्रिश्चियन से इस्लाम में और एक ने कन्वर्ट किया हिंदू से इस्लाम तो सिर्फ एक ही औरत यहाँ पर ओरिजिनल हिंदू थी, जिसका नाम था निमिशा नायर 

     3) क्या निमिशा नायर को यहाँ पर एक मुसलमान आदमी ने लव जिहाद के शिकार में फंसा दिया? निमिशा नायर के हस्बैंड कौन है?




          Eeza एक ऐसा बंदा है जो खुद क्रिश्चियानिटी से कन्वर्ट किया था इस्लाम में। उसका पुराना नाम था Bexon Vincent Bexon का भाई Bestin भी कन्वर्ट किया था क्रिश्चियानिटी से इस्लाम में और वो भी एक और इन चार में से एक औरत का हस्बैंड था। तो दोनों भाई और उनकी दोनों बीवियां सारे कन्वर्ट सारे Brainwash थे।




                   हाल ही में भारत सरकार ने इन चार औरतों को वापस इंडिया आने से रिजेक्ट कर दिया था। इनमें से तीन के विडिओ इंटरव्यू Nimisha, Sonia Sebastian और Reffeala अब YouTube पर ऑनलाइन देख सकते हो? YouTube चैनल Strat News Global  पर। 2020 में इन्होंने इंटरव्यू दिया था और वहाँ असल में देख सकते हो की औरतें दिखने में कैसी थी, बात करने में कैसी थी और कैसा इनका व्यवहार था।

    उस वीडियो देखने के बाद कोई भी देख सकता है। की ये औरतें अभी भी कितनी brainwash और कट्टरपंथी है। लेकिन KERALA STORY फ़िल्म की जो मेन कैरेक्टर है निरंतर वो सहानुभूति जगाने की कोशिश करती हे फ़िल्म में। जितना बेचारा और इनोसेंट करके दिखाया गया है। असल जिंदगी के विडीओ में शायद ही देखणे को मिलती है। मैं आपसे पूछना चाहता हूँ क्या आपके अंदर सिंपथी होगी इन रियल लाइफ औरतों के लिए या




         फिर आप इन्हें ब्रेनवॉश कहोगे? क्या आप चाहोगे की अफगानिस्तान की जेल में ही पड़ी रहे या फिर इंडियन सरकार इन्हें इंडिया में वापस लाया और इंडियन जेल में डाल? इस सवाल में आप पर छोड़ता हूँ। 

    5) NIA की 2016 की चार्जशीट।




                 Strategic News की रिपोर्ट हमें बताती है की NIA की 2016 की चार्जशीट में जिन 20 लोगों को मेन्शन किया गया है वो लोग एक दूसरे से काफी इंटरकनेक्टेड थे। जब रैडिकलाइजेशन की बात करी जाती है। इनमें से 17 लोग सिर्फ एक सिंगल डिस्ट्रिक्ट से आते थे। केरला में कासरगोड जिले से 2020 के एक हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट ने बताया कि कुछ और ने बाद में जॉईन किया तो टोटल 22 लोग ऐक्चूअली में कासरगोड से थे। 



             2016 का इंडिया टुडे का आर्टिकल बताता है की एक ट्रेंड है की सिर्फ सिंगल यूथ यहाँ नहीं जा रहे हैं। ऐसे जॉईन करने बल्कि पूरे के पूरे परिवार यहाँ पर पती, पत्नी और बच्चे भी चले गए ISIS जॉईन करने। आर्टिकल में ये भी मेन्शन किया गया है कि इससे पहले ज्यादातर ISIS इसके रिक्रूट्स ऐक्चूअली में महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना से गए थे। केरेला से नहीं।

    6)स्टार्ट न्यूस ग्लोबल रिपोर्ट।




           लेकिन ये स्टार्ट न्यूस ग्लोबल रिपोर्ट आगे की भी बात करती है। 2018 तक कहा गया कि करीब 60 इन्डियन्स ने अफगानिस्तान ट्रैवल किया, जिनमें से 26 आदमि, 13 औरतें और 21 बच्चे थे। ये सब देखकर क्लियरली कहा जा सकता है की एक प्रॉब्लम जरूर है यहाँ पर। लोगों को रैडिकलाइज किया जा रहा है, ब्रेनवॉश किया जा रहा है ISIS मे शामिल करने के लिये। इन्टरनेट के जरिये संचार के साधन खुलते हैं




                  2019 में यूनियन मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर होम अफेयर्स जी किशन रेड्डी ने बताया कि इंडियन जांचकर्ता ने पाया कि ISIS ऐक्चूअली में डार्क मैप और इनक्रिप्टेड प्लैटफॉर्मस का इस्तेमाल कर रहा है। लोगों को कट्टरपंथी करने के लिए और आतंकवादियों को भर्ती करने के लिए। लेकिन सवाल यहाँ पर ये उठता है की,

    7) आखिर ISIS की प्रॉब्लम कितनी बड़ी है? 


          आखिर फ़िल्म ने कहा कि 32,000 औरतों के साथ ऑलरेडी ऐसा किया जा चुका है केरला के अंदर अंदर आइये इसके आंकड़े देखते हैं। 


       7.1} काउंटर टेररिज़म की रिपोर्ट।



        Vladimir Voronkov अंडर सेक्रेटरी जनरल ऑफ यूनाइटेड नेशन्स ऑफिस ऑफ काउंटर टेररिज़म। इन्होंने बताया की 110 देशों से करीब 40,000 विदेशी आतंकवादी लड़ाके Syria और Iraq में गए कॉनफ्लिक्ट को जॉईन करने। 40000 और 110 देशों से 




      7.2} Study of Radicalization of King College, London की रिपोर्ट।


        एक और एस्टीमेट दिया 2018 की Study of Radicalization of King College, London ने 41,490 लोग 80 अलग अलग देशों से ISIS से संबद्ध थे। इनमें से 79% लोग आदमी हे। इन दोनों रिपोर्ट के आधार पे एक Estimates लगाया जा सकता है। करीब 40 से 42,000 फॉरेन टेररिस्ट है। जो दुनिया भर से ISIS को जॉइन करने गए। तो कितने इंडिया से हे? अमेरिका के ब्यूरो ऑफ काउंटर टेररिज़म ने कंट्री रिपोर्ट पब्लिश करी साल 2020 में इन्होंने कहा,


       7.3} NIA की रिपोर्ट।



          सेप्टेम्बर 2020 तक NIA में 34 टेररिज़म के केस इन्वेस्टिगेट किए थे और करीब 160 लोगों को इंडिया में अरेस्ट किया था ISIS संबंध में। इससे रिलेटेड डबल चेकिंग के लिए एक और सोर्स देख लेते हैं।




             ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन ने एक पेपर पब्लिश किया था अक्टूबर 2019 में इन्होंने कहा की pro ISIS cases 2014 और 2018 के बीच में इंडिया में थे करीब 180 से 200 के बीच। और ये 200 लोगों का जो अनुमान है यहाँ पर इसमें सिर्फ वो लोग नहीं है जो ऐक्चूअली में ISIS को जॉईन करने गए इंडिया छोड़ कर वो लोग भी हैं जिन्होंने ISIS का प्रचार फैलाया इंडिया में इंटरनेट पर। 



         एक तीसरा सोर्स भी देख लेते हैं। 2019 में इंडियन होम मिनिस्ट्री ने कहा था। नंबर 155 पर है। अगला सवाल ये हे कि यह तो ओवर ऑल इंडिया के केसेस हुए। 

    8) केरला में कितने ISIS जॉईन केसेस कितने हैं?


         तो ये जो 180/200 केस का नंबर है। इसमें से 40 केसेस KERALA के बताए जाते हैं तो 200 इंडिया में, 40 केरला में लेकिन ये नंबर हमें ये नहीं पता था कि ऐक्चूअली में कीतने लोग ISIS जॉईन करने गए थे। क्योंकि इसमें और ISIS संबद्ध लोग भी हैं। प्रॉपेगैंडा फैलाने वाले लोग भी हैं। असल में कितने लोग गए ISIS को जॉईन करने गये इंडिया छोड़कर।




           Us
    की डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट की रिपोर्ट ने बताया कि करीब 66 known Indian-original fighters थे। ISIS से संबंध थे नोव्हेंबर 2020 में। सही सुना आपने सिर्फ 66 थे। 2018 की Strat global report में भी 60 का ही आकडा दिया था तो ये नंबर उसके बड़े आसपास है। तो इस 60 के नंबर में से कितनी औरतें हैं? करीब 13 औरतें हैं । 



         कितनी औरतें हैं जो केरला से हैं। सिर्फ 6 औरतें हैं जो केरला से हैं। इन 6 में से ऐसी कितनी औरतें हैं जिन्हें बाकी धर्मों से इस्लाम में कन्वर्ट किया गया? 



            तीन औरतें हैं। इन तीन में से दो क्रिस्चंस थी और एक हिंदू थी। तो जो फ़िल्में दिखाई जा रहा है, ये सिर्फ 3 औरतों के साथ असल जिंदगी में हुआ है। और वो भी वैसे नहीं हुआ जैसे फ़िल्म में दिखाया जा रहा है। और यहाँ दावा किया गया है की 32,000 औरतों के साथ ऐसा हुआ। 



           यही है वो बड़ा झूठ दोस्तो ये झूट इतना बड़ा है कि कोई आम इंसान ईसे सुनेगा तो उसे लगेगा यार 32,000 के साथ नहीं। कुछ तो सच्चाई होगी इसमें कुछ 1000 औरतों के साथ ऐसा हुआ होगा। कुछ 1000 नहीं तो चलो कुछ 100 औरतों के साथ ऐसा हुआ होगा। नहीं, सिर्फ तीन के साथ। अब आप में से कुछ लोग कहेंगे यार 32,000 हो या तीन हो क्या फर्क पड़ता है? कहानी तो वही है ना? इसमें प्रॉब्लम क्या है? कई प्रॉब्लम्स हे।

    9) फ़िल्म की पूरी संकल्पना।


        #1 पहला तो ये है की अगर 32,000 की जगह तीन का नंबर इस्तेमाल किया जाता है। तो फ़िल्म की पूरी संकल्पना ही फेल हो जाती है। ये कहना की यहाँ पर एक खुफिया लव जिहाद की साजिश चल रही है लड़कियों को बलपूर्वक कन्वर्ट करने की और उन्होंने ISIS भेजने की और इस साजिश का नतीजा सिर्फ तीन औरतें निकली। तो इसका मतलब ये इनडिविजुअल केसेस हैं। यहाँ पर कोई कॉन्सपिरेसी नहीं हो रही है।


       2# दूसरा इस लेवल तक जेनरलाइज करना चीजों को और एक अतिरंजना (exaggerat) करना एक बहुत ही बेवकूफ़ी वाली चीज़ है। यही चीज़ अगर किसी और इंसिडेंट के साथ करी जाये तो आप कहोगे की क्या बकवास है। चलिये उदाहरण से समझाता हूँ। 




           पिछले कुछ महीनों में हमें ऐसे तीन केसेस देखने को मिले हैं, जहाँ पर किसी इंडियन सिटिजन ने चलती हुई फ्लाइट के अंदर किसी और पैसिंजर के ऊपर पेशाब कर दिया। अभी इमेजिन करो कोई अमेरिका या जापान जैसा देश एक फ़िल्म बनाये यहाँ पर इन्डिया स्टोरी नाम से और उस फ़िल्म में दिखाया जाए कैसे ये इन्डियन्स तो हमेशा पेशाब ही करते रहते हैं ऊपर फ्लाइट में। 32,000 ऐसे इन्सिडेन्स देखने को मिले हैं जहाँ पर भारतीय ने पेशाब किया है। किसी और के ऊपर कैसा लगेगा आपको सुन कर आप कहोगे क्या बकवास चल रही है। देश को बदनाम करने की कोशिश करी जा रही है। लेकिन अगर दूसरी तरफ फ़िल्म बनाने वाला कहेगी यार 32,000 चलो एग्ज़ैक्ट्ली रेटेड नंबर था लेकिन 3 के साथ असली में ऐसा हुआ है। इसलिए फ़िल्म बनाना जस्टिफाइड है यहाँ पर। क्या होगा आपका रिस्पॉन्स ऐसे cases पर। उसी  तरीके से दोस्तों, तीन लोगों के इनडिविजुअल केस को लेकर पूरी केरला स्टेट को बदनाम किया जा रहा है। 


    10) फ़िल्म के डायरेक्टर से सवाल किया सोर्स क्या है आपके नंबर का?






            कि भाई सोर्स क्या है आपके नंबर का? तो वो सवालों से भागते रहे। न्यूज़ से बात करते वक्त उन्होंने कहा कि जब फ़िल्म रिलीज हो जाएगी तब मैं अपना डेटा बताऊँगा की किस डेटा के आधार पर मैंने 32,000 बोला था? 




          उन्होंने कहा कि ऐसे सवाल पूछने से कोई फर्क नहीं पड़ता।  जब फ़िल्म की स्क्रीनिंग हुई JNU मैं तो उन्होंने कहा कि 32,000 वाला नंबर एक मनमाना नंबर था।  



            और जब बात कोर्ट में पहुंची तो इन्होंने फ़िल्म के डिस्क्रिप्शन से 32,000 वाले नंबर ही हटा दिया और 3 नंबर डाल दिया। सच बात तो ये है दोस्तों की इन तीन औरतों की एक कहानी भी सुनाने लायक है। अगर ये कहानी सुनाई जाती बिना झूठ और प्रॉपगैंडा के एक एक इंसान जैसे ब्रेन वॉश किया जाता है। और रिक्रूट किया जाता है। ISIS में वो एक संभावित खतरा है। लेकिन ये प्रॉब्लम कितनी बड़ी है इंडिया में? ऐक्चुअली में इसे अब बाकी देशों से कंपेर करोगे तो बड़ी शौकीन चीज़ आपको जानने को मिले गी। 

    11)  बाकी देशोमे कितने लोग ISIS के प्रॉपगैंडा का शिकार बने?





         इंडिया में मैंने बताया था, ये नंबर 66 के अराउंड है, जो लोग ISIS के प्रॉपगैंडा का शिकार बने। बाकी देशों से 2016 के डेटा के अकॉर्डिंग फार्मर्स ओवन रिपब्लिक में 7000 लोग ऐसे थे। 



              सिर्फ रशिया से 2500 लोग ऐसे थे, फ्रांस में 1700 लोग, जर्मनी में 760 लोग, यूके का नंबर भी 700 आस-पास था। ये जो सारे देश है, इन सारे देशों की पॉप्युलेशन इंडिया से कहीं ज्यादा कम है? लेकिन जो लोग ISIS का शिकार बने हैं, वो इन देशों में कहीं ज्यादा है। 



            और यहाँ पर ये चीज़ भी नोट करने वाली हैं की इंडिया में थर्ड लार्जेस्ट मुस्लिम पॉपुलेशन है दुनिया भर में। फ्रांस, जर्मनी, यूके जैसे देशों के कंपैरिजन में ज्यादा मुस्लिम्स इंडिया में रहते हैं। लेकिन फिर भी कम ISIS के रिक्रूट्स इंडिया से देखे गए। आप अगर यहाँ पर एक अनुपात देखो।




          ISIS रिक्रूट्स पर मिलियन पीपल तो इंडिया में 0.5 पर मिलियन है। फ्रांस में 36 गुना ज्यादा है यानी 18 पर मिलियन। बेल्जियम में 40 पर मिलियन है और जॉर्डन में 315 पर मिलियन। क्या इस चीज़ को एक बार भी मेन्शन किया गया फ़िल्म में? कुछ लोगों को बहुत मज़ा आता है। अपने ही देश के एक राज्य को ऐसे बदनाम होते हुए देखकर झूठ के बेसिस पर। 


    12) भारत से इतने कम मुसलमानों ने ISIS क्यूँ ज्वॉइन किया?




          ORF की रिपोर्ट में लिखा गया था कि एकैडमिक्स और एक्स्पर्ट अकसर ये सवाल पूछते हैं की इंडिया से इतने कम मुसलमानों ने ISIS क्यूँ ज्वॉइन किया। इसके पीछे कई कारनो को बताया जाता  हैं। 

       12.1} पहला कारण इंडियन एजेन्सीस का लाजवाब रिस्पॉन्स। 


        आप में से बहुत कम लोग शायद ऑपरेशन Pigeon के बारे में जानते होंगे हमारी एजेंसी जैसे की NIA और IB इन्होंने एक मिशन किया है,




        जिसमें 350 असुरक्षित मलयाली यूथ को इन्होंने आइडेंटिफाइ किया और एक डी कट्टरता प्रोग्राम चलाया। हमारे नौजवानों को इस उग्रवाद और कट्टरता से बचाने के लिए एक बहुत ही बढ़िया काम हमारे ऑफिसर्स के द्वारा किया गया। लेकिन पता है शर्म की बात क्या है? हमारे प्रधानमंत्री अपने इलेक्शन के भाषणों में इस अच्छे काम को बताने की जगह पर इस झूठी फ़िल्म को प्रोमोट करते हैं।



        यहाँ पर एक और ऐतिहासिक ऑपरेशन याद आता है जो इंडियन फोर्सेज ने ISIS के खिलाफ़ किया था। एक बड़ा रिस्की ऑपरेशन जिसके ऊपर टाइगर जिंदा है फ़िल्म भी बनी। प्रधानमंत्री मोदी चाहते तो इंस्पिरेशन कहानी के बारे में बता सकते थे लोगों को, लेकिन नहीं झूठी फ़िल्म प्रोमोट करनी थी।


     12.2} दूसरा कारण भारत की समकालिक संस्कृति और परंपरा।




         दूसरा कारण फॉर्मल डिप्लोमैट Talmiz Ahmad बताते हैं इंडिया का समकालिक संस्कृति और परंपरा इंडिया में यूनिटी इन डाइवर्सिटी। इंडिया में मुस्लिम से हिंदू और क्रिश्चियन के साथ मिल जुल कर रहते हैं और इसीलिए अत्यधिक विचारधारा को उन्होंने रिजेक्ट किया। 2015 में जब पता चला कि सिर्फ 29 भारतीय ने ISIS को जॉईन किया था।



         एक रिपोर्ट ने बताया की ISIS खुद भर्ती को इन्फिरीअर मानता था। ISIS का मानना था की इंडिया में जो इस्लाम प्रैक्टिस किया जाता है वो काफी सॉफट वर्जन है। एक ज्यादा लिबरल वर्जन है।


      12.3} तीसरा कारण मुस्लिम मौलवी का पॉज़िटिव रोल।



         तीसरा यहाँ पर कई मुस्लिम मौलवी का भी एक पॉज़िटिव रोल बताया जाता है। मार्च 2009 में Darul Uloom Deoband ने एक फतवा इश्यू किया था। इंडिया को Dar al-Aman घोषित करते हुये। एक ऐसा देश जहाँ पर आतंकवादी जिहाद प्रतिबंधित है।



           इसी तरह 2015 में एक joint फतवा इश्यू किया गया था। 70,000 इंडियन मुस्लिम विद्वानों के द्वारा ISIS, Taliban, Al-Qaeda और बाकी और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ़। यहाँ जो असली केरला स्टोरी है, वो बड़ी प्राउड होने वाली बात है कि बाकी दुनिया के कंपैरिजन में इंडिया से कितने कम मुसलमानों ने ISIS को जॉईन  किया 



          केरला यहाँ पर एक बड़ा ही जीता जागता  उदाहरण है इस अनेकता में एकता का जहाँ अलग अलग धर्मों के लोग साथ में मिल जुल कर रहते हैं।  यही कारण है की केरला नंबर वन स्टेट है।



             बहुत से अलग अलग इंडिकेटर्स में एजुकेशन में नंबर वन हेल्थ केयर में नंबर वन ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में नंबर वन और फिर हमारे पॉलिटिशियन इन झूठी कहानियों का इस्तेमाल करते हैं। केरला को बदनाम करने के लिये।  फरवरी में इसी साल होम मिनिस्टर अमित शाह ने इलेक्शन कैंपेनिंग के वक्त कर्नाटक में कहा था। आपके बगल में ही केरल है, इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। केरला को बदनाम करना इकलौता प्रोपोगेंडा नहीं है। इस फ़िल्म के अंदर दूसरा बड़ा झूठ फैलाया जा रहा है।

    13) क्या सच में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की जा रही हैं?


          लव जिहाद को लेकर फ़िल्म में दिखाया जा रहा है की यहाँ पर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करने की कोशिश करी जाती है। क्या सच है इस्के पीछे? साल 2017 में केरला की सरकार ने 90 केसेस की लिस्ट सबमिट करी थी NIA को जांच करने के लिए की इनमें लव जिहाद मामला है या नहीं है? NIA  ने 11 केसेस पर एग्ज़ैमनेशन करी




         और कन्क्लूड किया साल 2018 में की हालांकि PFI ने कन्वर्सेशन को फैसिलिटेट किया था, लेकिन एक भी ऐसा केस नहीं। जहाँ पर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। किसी भी इंसान का चाहे आदमी हो या औरत हो।

     एक सबूत से मन नहीं भरता दूसरा सबूत देख लो यूनियन होम मिनिस्ट्री ने भी यही कहा था साल 2020 में। MINISTER OF STATE FOR HOME AFFAIRS G KISHAN REDDY लोकसभा को बताया रिटर्न रिप्लाइ मैं की अभी तक कोई भी लव जिहाद का केस रिपोर्ट नहीं किया गया है। किसी भी सेंट्रल एजेंसी के द्वारा। ये लव जिहाद की कॉन्सपिरेसी थ्योरी एक बड़ा झूठ है जो बार बार आपको सुनाया जाता है अलग अलग एंगल से। 


    14) आलग आलग माध्यम से झूटा प्रचार।




        पॉलिटिशियन अपने भाषणों में ये कहते हैं। वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी की तरफ से आपको ये वॉट्सऐप फॉरवर्ड्स मिलते हैं? लव जिहाद की बात करते हुए। गोदी मीडिया खबरों में लव जिहाद की बात करता है। इतनी बार रिपीट किया जाता है। इस बड़े झूठ को की लोगों को लगता है कुछ तो सच्चाई होगी इसमें वही बात जो मैंने शुरू में कही थी। ये लव जिहाद का पूरा कॉन्सेप्ट ना सिर्फ मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश है बल्कि औरतों के भी खिलाफ़ जाता है। खुद ही सोच कर देखो जो लोग इस चीज़ में विश्वास करते हैं कि एक औरत को भड़काया जा सकता है एक आदमी के द्वारा। कैसे लोग है वो! औरत भेड़ बकरी है क्या? कोई भी आकर कुछ भी कहे गा औरत भेड़ बकरियों की तरह इधर उधर चलती चली जाएगी। चाहे हिंदू औरत हो, मुस्लिम औरत हो, क्रिश्चिन औरत हो या किसी भी और धर्म की औरत, सभी औरतों को मिलकर इन धर्म के ठेकेदारों को बताना चाहिए कि भाड़ में जाओ। हमारे पास अपना दिमाग है। अगर कोई जबरदस्ती मुझे कन्वर्ट करने की कोशिश करेगा तो मैं पुलिस के पास जा सकती हू। और कानून भी ऐसा बनाया गया है की अगर कोई जबरदस्ती कन्वर्ट करने की कोशिश भी करेगा तो उसे जेल जाना पड़ेगा। लेकिन सवाल ये है की कितना लोगों को ऐक्चूअली में कन्वर्ट किया भी जा रहा है इंडिया में? कभी कभार ऐसा होता है की कोई क्रिश्चियन मिशनरी हुआ या  घर वापसी वाले हो या कोई मुस्लिम करे, थोड़े ओवर ऐक्टिव हो जाते हैं। अपने प्रवचन में और बैलेंस थोड़ा इधर से उधर हो जाता है।


    15) धर्म परिवर्तन के कुल मामले।




           जेसेकी 2016 का न्यूज़ आर्टिकल यहाँ पर विश्व हिंदू परिषद के लीडर ने कहा कि इनकी ओर ऑर्गेनाइजेशन ने 7,50,000 लोगों को हिंदुइज़्म में वापस भी convert किया 10 सालों के अंदर अलग अलग धर्मों के ठेकेदार अगर इंटरफेयर ना करे लोग अपनी मर्जी से कन्वर्ट करना चाहे तो एक बड़ा बैलेंस देखने को मिलता है। 



          अप्रैल 2021 की रिपोर्ट देखिए 506 लोगों ने रजिस्टर किया कि वो अपना धर्म बदलना चाहते हैं केरला सरकार के सामने। इनमें से 47% लोग ऐसे थे जो क्रिश्चियानिटी इस्लाम से हिंदुइज़्म में कन्वर्ट किया तो ऐसा नहीं है कि एक तरफ ज्यादा कनवर्जन देखने को मिल रही है। 




                 2021 के pew रिसर्च सेंटर के सर्वे ने भी यही चीज़ बताई थी। 30,000 से ज्यादा लोगों पर सर्वे किया गया। पता लगा कि सिर्फ 0.7% लोगों ने हिन्दुइज्म को छोड़ा था, दूसरा धर्म अपनाया था और 0.8% लोगों ने बाकी धर्मों को छोड़कर हिंदू अपनाया। यहाँ पर समझने वाली बात ये है की सिर्फ कुछ पॉलिटिकल पावर के लिए यहाँ पर एक बहुत गंदा खेल खेला जा रहा है। ऐसे बड़े बड़े झूठ बोले जा रहे हैं। थ्योरीज रची जा रही है ताकि हिंदू और मुस्लिम, क्रिश्चिन को एक दूसरे से लड़ाया जा सकते हैं। कुछ पॉलिटिकल पार्टी को इससे बहुत फायदा मिलता है। अगर लोगों के अंदर सिर्फ ये नफरत भरी रहे, दूसरे धर्म के लोगों के लिए शुरुआत में सिर्फ वॉट्सऐप फॉरवर्ड्स थे, फिर मीडिया ने काम करना शुरू किया और अब पूरी की पूरी प्रॉपर गैंडा फ़िल्में बनाई जा रही है। लोगों को भयकाने के लिए। आज से 100 साल पहले हिटलर के समय में भी ऐसा ही होता था। 



         बड़ी प्रॉपगैंडा फ़िल्में बनती थी TRIUMPH OF THE WILL, THE TRAITOR, ROBERT AND BERTRAM, THE ETERNAL JEW डेढ़ सारी ऐसी फ़िल्म है जो अपनी मनमर्जी से History को Distorted करती थी, jews को बदनाम करने का काम करती थी और जर्मन आर्यन को ग्लोरिफाई करती। ऐसे ही बड़े बड़े झूठ उन फिल्मों में भी बोले जाते थे रिपीट किए जाते थे ताकि लोगों को कन्विंस किया जा सके। ये लोग सिर्फ सत्ता और पैसे के लालच में आकर देश को अंदर से तोड़ने का काम कर रहे हैं। इन नफरत के सौदागरों को एक चीज़ याद रखनी चाहिए। हो सकता है ये सक्सेसफुल हो जाये थोड़ा बहुत डर वायलेन्स और नफ्रत  फैलाने में लेकिन याद रखना ये देश भी ऐसा है जिसने बहुत चीज़े सही जब जब ऐसी ताकतों ने देश को बांटने की कोशिश करी है, देश के लोगों ने इकट्ठे होकर बाउंसबैक किया है।

     धन्यवाद।


     प्रश्न उत्तर:-


    1. प्रश्न : केरल के बनने का इतिहास क्या है ?
    ऊ: केरल का गठन 1956 में भारत में एक राज्य के रूप में हुआ था।

    2. क्यू: अन्य भारतीय राज्यों की तुलना में केरल अद्वितीय क्या बनाता है?
    ऊ: केरल का उच्च मानव विकास सूचकांक, साक्षरता दर और स्वास्थ्य देखभाल की उपलब्धता इसे अलग करती है।

    3. प्रश्नः केरल की अर्थव्यवस्था किस पर आधारित है?
    ऊ: केरल की अर्थव्यवस्था अनिवासी भारतीयों, कृषि और पर्यटन से प्रेषण पर आधारित है।

    4. प्रश्न: केरल के बैकवाटर्स का क्या महत्व है?
    ऊ: केरल के बैकवाटर्स खारे लैगून और झीलों का एक अनूठा नेटवर्क हैं, जो एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण और महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करते हैं।

    5. प्रश्न: भारत के मसाला व्यापार में केरल की क्या भूमिका है?
    उ: काली मिर्च, इलायची, और हल्दी जैसे मसालों का निर्यात करते हुए, केरल हज़ारों वर्षों से मसालों के व्यापार का एक प्रमुख केंद्र रहा है।

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