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World War II / End Date, Casualties, Winners,alliance

WORLD WAR II
PART 2

World war II Ended
World war II


नमस्कार दोस्तों।

    1) द्वितीय विश्व युद्ध खत्म कैसे हुआ?


    पिछले भाग में देखा आपने कैसे World war 2 की शुरुआत कैसे हुई। दूसरे भाग में देखेंगे की



    Austria, Poland, Norway, Belgium, Denmark, France ये सारे देश Hitler के द्वारा काबिज किये जा चूके थे। दक्षिण में जो Italy का देश था वहाँ पर एक और Dictator का राज़ था। Mussolini नाम से उसने Hitler के साथ एक गठबंधन बनाया लिया था दोनों साथ में मिलकर काम कर रहे थे।



    तो मोटे मोटे तौर पर देखा जाए तो यूरोप में सिर्फ तीन ही बड़े देश बचे थे Germany, Soviet union, Britain. Germany और Soviet union के बीच में भी एक Peace AGREEMENT चल रही थी। तो Hitler को Soviet से डरने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि Soviet कभी Germany पर हमला नहीं करते। इसका मतलब यह हुआ कि Britain इकलौता देश बचा था जो Germany के खिलाफ़ खड़ा था। दुनिया के दूसरी तरफ अमेरिका इस युद्ध में शामिल नहीं होना चाहता था। ऐसे में सवाल यह उठता है की ये स्थिति कैसे बदली? आखिर कैसे हराया गया हिटलर को? आइए जानते हैं WORLD war II की पूरी कहानी आज के इस आर्टिकल में।

    2)हिटलर का UK पर हमला।


    ये आर्टिकल दूसरा भाग है। दोस्तों World war II के आर्टिकल का पहले भाग में मैंने बताया था कि WORLD WAR II की शुरुआत कैसे हुई। और इस भाग मैं समझाऊंगा की WORLD WAR II खत्म कैसे हुआ? हिटलर को आखिर कैसे हराया गया? अगर आपने पहिला भाग नहीं देखा है तो उसका लिंक WORLD WAR II PART 1 बाद में जाकर देख लो। हिटलर को लगा था। अब जब ये सारी लड़ाई खत्म हो चुकी है तो WINSTON CHURCHILL peace treaty agreement साइन करना चाहेगा।



    हिटलर के साथ Churchill अपने देश को खतरे पर नहीं डालना चाहेगा अब जब Germany सैनिक इतनी ताकतवर हो चुकी है, लेकिन होता इसका उल्टा ही है। Winston Churchill की तरफ से एक भाषण दीया जाता है। वो इस बात को साफ करते हैं कि Churchill और Hitler के बीच में कभी भी कोई Peace समझौता नहीं हो सकता। Germany के खिलाफ़ ये जो जंग छेड़ी गई है, ये जारी रहेंगी। इस भाषण का मतलब था कि हिटलर अब UK को भी काबिज करना चाहेगा और यही कोशिश हिटलर के द्वारा की जाती है।

    3)OPERATION SEA LION




    हिटलर रणनीति बनाता है OPERATION SEA LION ब्रिटिश पर हमला बोलने के लिए। यहाँ पर सोचा जाता है की कैसे हमला किया जाए Britain पर जमीन पर तो कोई कनेक्शन नहीं है। UK और Mainland Europe के बीच तो सैनिक तो ऐसे भेजें नहीं जा सकती। अगर जहाजों के ज़रिए कोशिश की गयी तो BRITISH ROYAL NAVY के पास कहीं ज्यादा और जहाज है। Germany के मुकाबले में यह ठीक नहीं बैठेगा। तो फिर तय किया जाता है हिटलर के द्वारा की पहले हवाई क्षेत्र पर ताबा जमाया जाए।



    Germany Air force LUFTWAFFE के पास 2600 हवाई जहाज हैं। UK ROYAL AIR FORCE के पास सिर्फ 700। इसीलिए 10 जुलाई 1940 को हिटलर हवा के जरिए हमला बोलता है ब्रिटेन पर Germany air forces करते हैं बम गिराकर।


    शुरुआत में इनका मकसद था पहले Air crafts, Air fileds और Manufacturing फैक्टरी को तबाह किया जाए। British की छोटी Royal Air force जो साइज में आधि से कम थी Germany Air force के मुकाबले में वो पूरी कोशिश करती है, अपने देश को बचाने की एक बड़ी कठिन लड़ाई होती है यहाँ पर। लेकिन अंततः ब्रिटिश को ज्यादा हानि सहनी पड़ते हैं। धीरे धीरे Germans रात में भी हमला करने लगते हैं। ऐसी ही एक रात होती है।

    4) लंडन शहर पर बमबारी।




    24 ऑगस्ट 1940 जब गलती से कुछ जर्मन पायलट्स जाकर London शहर पर बम गिरा देते हैं, जहां पर ढेर सारे आम नागरिक मारे जाते हैं। Winston Churchill को लगता है ये कैसा युद्ध है? ये सीधा हमारे शहरों पर हमला कर रहे हैं। हम भी यही करेंगे। UK प्रतिवार करता है Berlin शहर पर बम गिराकर और जब हिटलर को यह होते हुए दिखता है तो शुरुआत में तो उसे दिलचस्पी नहीं था London शहर पर बम गिराने में, लेकिन जब उसे देखता है की यहाँ पर शहरों पर बमबारी पहले से ही शुरू हो चुकी है। अब मैं London को भी तबाह करूँगा।



    15 सितंबर 1940 Hitler आदेश देता है German Air force को एक All Out Decisive Attack करने को। 1000 से ज्यादा लड़ाकू विमान एक ही बारी में भेजे जाएं और काम को एक ही दिन में खत्म कर दिया जाए। इमेजिन कर के देखो दोस्तों, क्या नजारा देखा होगा लोगों ने? उस दिन आसमान में 1000 से ज्यादा लड़ाकू विमान आ रहे हैं।



    आपके देश पर बम गिराने के लिये विशेष रूप से ये नंबर था 1120 लड़ाकू विमान जिसमें से 620 लड़ाकू थे और 500 Bomber थे। British अपनी Royal Air force को तैयार करता है। उनके पास सिर्फ 630 हवाई जहाज़ हैं। आसमान में इस दिन एक ऐतिहासिक लड़ाई छिड़ती है। British Royal Air force 60 से ज्यादा LUFTWAFFE की विशेष रूप से को गिरा देती है। अपनी तरफ से सिर्फ 30 Air craft खो देती है।

    4.1} THE BATTLE OF BRITIAN DAY




    सही सुना आपने? ब्रिटिश ने सफलतापूर्वक German Air Force के हमले को रोक दिया। इस दिन को बुलाया जाता है। THE BATTLE OF BRITIAN DAY क्या कारण था इसके पीछे? ये सवाल आपके दिमाग में आएगा। ऐसा कैसे हो गया कि Germany की हवाई सैन्य शक्ति इतनी ताकतवर थी ज्यादा संख्या थी उनके पास हवाई जहाजों की, फिर भी वो British Air Force के सामने कैसे हार गई। इसका कारण सिंपल है दोस्तों जब भी किसी देश पर हमला किया जाता है एक देश दूसरे देश पर हमला करता है तो जो हमला करने वाला देश है वो यहाँ पर कुछ पाना चाह रहा है जो अपने आप को बचाने वाला देश उसके लिए वस्तुतः अस्तित्व का विषय का सवाल है। अगर आज हम अपनी पूरी जी जान से नहीं लड़े तो हमारा देश खत्म हो जायेगा। रहने के लिए कोई जगह नहीं बचेगी हमारे लिए। सैनिकों की मोटिवेशन में एक बहुत बड़ा अंतर दिखता है। इसका ताजा उदाहरण हैं।

    5)Russia vs Ukraine War




    Russia vs Ukraine War जब पिछले साल Russian ने Ukraine पर आक्रमण किया सबको लगा था की एक हफ्ते के अंदर अंदर रशिया पूरी यूक्रेन देश को खत्म कर देगा क्योंकि Russian सैनिक बल कई ज्यादा बड़ी थी Ukraine सैनिकों की संख्या में तकनीकी रूप से भी ज्यादा ऐडवान्स थी, लेकिन यूक्रेनियन सोल्जर्स के अंदर मोटिवेशन कहीं ज्यादा था। इसलिए आज के दिन तक Ukraine काफी हद तक सफल रहा हे अपने देश को बचाने में। ये BATTLE of Britian day दोस्तों हिटलर के लिए पहले बड़े नुकसान में से एक में से था। पहली बार World war 2 में हिटलर को एक हार का सामना करना पड़ा। हिटलर को पता था की अवसर कम थे की ये मिशन सफल होगा। OPERATION SEE LION को स्थगित कर दिया जाता है।



    और Hitler यूके से अपनी नजर हटाकर नजर डालता है। Soviet Union पर ये अप्रैल 1941 में नक्शे पर कहानी कुछ ऐसी दिखती थी। पूर्वी यूरोप में Hungary, Romania और Bulgaria के जो देश थे, उन्होंने अपनी Germany के साथ गठबंधन बना लिया था Axis power का वो हिस्सा बन गए थे।

    6)Yugoslavia और Greece पर कब्जा।




    इसके बाद और पूर्व में जाये तो Yugoslavia और Greece के देशों पर हिटलर ने पहले से ही कब्ज़ा जमा लिया था। वास्तव में Italian Dictator Mussolini Libya और Greece को कबजा करने में लगा था, लेकिन ब्रिटिश की जो भू मध्य सागर में उपस्थिति थी वो थोडी ज्यादा थी। Italian Forces अकेले डील नहीं कर सकती थी। उससे तो ब्रिटिश फोर्स को हराने के लिए हिटलर ने कुछ जर्मन ट्रूप्स को भेजा Libya में Italian के साथ लडने के लिए और इसी की मदद से Yugoslavia और Greece पर भी कब्जा जमा लिया।



    दिलचस्प चीज़ ये है कि हिटलर को इतना ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी ब्रिटेन को हमला करने में। असल में Peace Treaty साइन करना चाहता था।

    7)Soviet union पर आक्रमण।


    ब्रिटेन के साथ उसे लगता है की क्यों ना Soviet union पर अपनी नजर डाली जाए, Soviet union को हराया जाए और जब ऐसा होगा तो ब्रिटेन अपने आप मजबूरन साइन करेगा डर के मारे। लेकिन Soviet union पर क्यों हमला करना जब उनके साथ पहिले से एक Peace Treaty बनी हुई है? इसके पीछे असल कारन ये था दोस्तों हिटलर की विचारधारा उसे Communist लोगों से सख्त नफरत थी।



    इसके अलावा उसे लगता था कि Soviet union जीतने बड़े देश पर अगर कब्जा जमाया जाएगा तभी Germany नंबर वन सुपर पावर बनेगा दुनिया की नज़र में। क्योंकि इतनी ज्यादा जमीन अब Germany के अंदर आ जाएगी मूल रूप से हिटलर को Megalomania हो गया था। उसे लगता था की वही दुनिया का राजा है। पावर ने उसे बिल्कुल पागल बना दिया था। उसे लगता था की वो कुछ भी प्राप्त कर सकता है, पूरी दुनिया पर कब्जा जमा सकता है। लेकिन Soviet union पर हमला बोलना एक बहुत बड़ी गलती होती है हिटलर के लिए। वास्तव में ये एक मोड बन जाता है world war 2 में।



    Hitler की रणनिती बडी सिधी थी जिस तरीके से France को आक्रमण किया था इसी तरीके से Soviet union पर आक्रमण करेंगे। अपनी जर्मन फोर्स को तीन गट में बाँट देता है। पहला हिस्सा Baltic क्षेत्र से जायेगा सीधा Leningrad की ओर वो शहर जहाँ पर Stalin रहता था। दूसरा हिस्सा MOSCOW की तरफ हमला करेगा और तीसरा हिस्सा दक्षिण से हमला करेगा Ukraine के थ्रू जाते हुए। ये कार्यवाही शुरू होती हे.


    22 जून 1941 को Soviet union की आर्मी जर्मन के मुकाबले में कहीं ज्यादा बड़ी थी। इनके पास 20,000 टैक्स जर्मन के पास सिर्फ 6000 टैक्स थे, लेकिन एक बहुत बड़ा फर्क था। जर्मन टेक्नोलॉजी कहीं ज्यादा बेहतर थी के Soviet union मुकाबले मे मजबूत स्थिति इस लड़ाई में अभी भी हिटलर की ही थी। अपने देश को बचाने के लिए सोवियत यूनियन ब्रिटेन के साथ जुड़ करें। एक Allied Powers का हिस्सा बन जाता है।

    7.1} Iran पर आक्रमण।




    साथ में मिलकर प्लान बनाया जाता है कि कैसे सोवियत यूनियन की आर्मी के पास सप्लाइज भेजी जाए। एक रूट डिसाइड किया जाता है जो Iran के थ्रू होते हुए जाएगा। लेकिन प्रॉब्लम ये थी कि ईरान में जो सरकार थी वो हिटलर के कृपादृष्टि में थी। तो इसी कारण से UK और Soviet union साथ में मिलकर Iran पर आक्रमण करते हैं। फायदा यहाँ पर ज्यादा होता नहीं.


    क्योंकि हिटलर की Blitzkrieg Strategy की मदद से सिर्फ 2 दिन के अंदर अंदर जर्मन से पहले से 100 किलोमीटर अंदर घुसके के इतनी सारी जमीन पर कब्जा जमा लिया है। कुछ ही हफ्ते के अंदर ये इतनी आगे बढ़ जाते हैं कि MOSCOW से सिर्फ 300 किलोमीटर दूर होते हैं। इस समय पर हिटलर और उसके मिलिट्री कमांडर्स के बीच में कुछ बहस होती है, जिसकी वजह से अगला जर्मन ऐडवान्स अक्टूबर तक देरी हो जाता है। ठंड बढ़ने लगती है। ठंडे मौसम में Soviet के पास फ़ायदा हैं उन्हें आदत है ठंड में लड़ाई करने की। दूसरी तरफ जापान की बाजु में देखा जाये तो Soviet union वहाँ पर अपना दूसरा फायदा मिलता है।



    Japan और Soviet साथ में एक Non-aggression Treaty कर ली थी। इसका मतलब ये था की जो Soviet सेना के जवान पूर्वी सीमा पर मौजूद थे जापान के साथ लड़ाई करने लग। रहे थे। अब वो वापस आकर पश्चिम में लड़ सकते हे Germany के खिलाफ़ अपने देश को बचाने के लिए

    8)Pearl Harbour Base attack



    दिसंबर 1941 में एक और ट्विस्ट आता है। हमारी कहानी में अचानक से जापान जाकर USA एक Pearl Harbour Base पर हमला कर देता है, बिना किसी चेतावणी के 2300 से ज्यादा America के जवान मारे जाते हैं। America इस वक्त तक world war 2 में शामिल नहीं होना चाह रहा था। यूरोप में अभी तक जो भी हुआ था, उसको देखकर अमेरिका ने कहा था कि मेरी समस्या नहीं है। अब मैं इसमें शामिल नहीं होना चाहता। World war 1 में बहुत शामिल हो गया था। मैं तुम लोग अपना देखो, लेकिन जब ये बॉम्बिंग होती है, Pearl Harbour की फिर अमेरिका को लगता है कि अब बस बहुत हुआ।

    9)अमेरिका जापान के खिलाफ युद्ध घोषित कर देता है।




    इस वक्त पर America अधिकारिक तोर पर जापान के खिलाफ युद्ध घोषित कर देता है और world war 2 मैं शामिल होता है। America Alied Force के साथ एलायंस में जुड़ता है, जिसमें अब UK, Soviet union और China जैसे बड़े देश है। यहाँ पर आप सोचोगे की Pearl Harbour का हमला असल में किया क्यों जाता है? इसके पीछे अपनी पूरी एक कहाणी है, जिसे मैंने एक्सप्लेन किया है Hiroshima and Nagasaki वाले आर्टिकल में। जापान और अमेरिका के पर्सपेक्टिव से मैंने उस आर्टिकल में समझाया है अगर आपने नहीं देखा इस आर्टिकल को बाद में जाकर देख सकते हैं।


    अमेरिका यहाँ पर कुछ महीने का समय लेता है युद्ध के लिए तैयारी करने में शामिल करने से पहले तब तक साल 1942 में Thailand और Cambodia जैसे देशों पर आक्रमण कर दिया Japan ने और अपना कब्ज़ा जमा लिया है। साल 1942 के बिच में Hitler फ़ैसला करता है कि Soviet union के दक्षिण पर नजर डाली जाए जो उनकी सप्लाई चैन आने लग रही है। ईरान से पहले उसे खत्म किया जाए यहाँ एक खूंखार जंग छिड़ती है Stalingrad के शहर में Soviet union के सैनिक अपने आपको सफलतापूर्वक बचाव कर पाती है Germany सैनिक के विरुद्ध।

    10)THE BATTLE OF MIDWAY


    THE BATTLE OF MIDWAY

    धरती के दूसरी तरफ Allied Forces America के साथ मिलकर Japanese territory पर हमला करती हैं दक्षिण प्रशांत में इस लड़ाई को THE BATTLE OF MIDWAY कहा जाता है। चार महत्वपूर्ण जापानी विमान और आपूर्ति वाहक को नष्ट कर दिया जाता है जून 1942 में।


    साल 1942 के खत्म होने तक British Army सफलतापूर्वक Egypt के देश से Italian सैनिकों और Germany सैनिकों को बाहर निकाल फेंक देती है। Stalingrad की लड़ाई बहुत लंबी होती है। नवंबर 1942 सर्दियों का मौसम फिर से आ गया है। जर्मन सैनिक के लिए लड़ाई करना बहुत मुश्किल हो रहा है। एक समय पर Stalingrad के शहर में जर्मन सैनिक ने लगभग पूरा कब्जा जमा लिया था लेकिन Soviet आखिर तक लड़ते रहे। BATTLE OF STALINGRAD पूरी WORLD WAR 2 के दौरान सबसे सबसे घातक लड़ाई थी।

    10.1} Germany TROOPS का आत्मसमर्पण




    आखिरकार Soviet सैनिक सफल रहते हैं। करीब 3,00,000 Germany TROOPS जो Stalingrad के अंदर मौजूद हैं, उन्हें घेर लिया जाता है। चारों तरफ से Soviet सैनिको के द्वारा। ये लोग फरवरी 1943 में जाकर आत्मसमर्पण करते हैं। ये सबसे बड़ा मोड़ होता है World war 2 का।

    11)Italy Dictator Mussolini की हत्या।



    कुछ महीने बाद जुलाई 1943 में Italy में रहने वाली आम जनता अपने Dictator Mussolini को धक्के मारकर बाहर निकालती हे। Italy में आम लोगों के बीच में फासीवाद विरोधी आंदोलन देखने को मिलती है। अपनी हालातों से परेशान आकर लोग अपने Dictator के खिलाफ़ जंग लड़ते हैं। और Mussolini की हत्या कर दी जाती है एक गांव में रहने वाले आम Italian Partisans के द्वारा। Partisans का मतलब होता है कि आम नागरिक लोग जो हथियार उठाते है किसी के विरोध में आवाज उठाने के लिए लड़ाई करने के लिए। Italy में एक नई सरकार बनती है और यह नयी सरकार Allied Forces के साथ लड़ाई बंद करने का फैसला लेती है। धीरे धीरे Allied देशों में आत्मविश्वास बढ़ रहा था की वो असल में हिटलर को हरा सकते है.



    नवंबर 1943 में Stalin, Roosevelt और Churchill तीनों Tehran में मिलते हैं। चर्चा करने के लिए World war 2 को खत्म कैसे किया जाए।

    12)D-day ऐतिहासिक दिन।


    D day

    6 जून 1944 और ऐतिहासिक दिन जिसे D-day कहा जाता है, इस दिन Allied Forces एक भयंकर ऑपरेशन शुरू करती है जमीन पर उतरने का। करीब 1,50,000 से ज्यादा British, Canadian और American सैनिक France में मौजूद Normandy के बीच पर उतर ते हैं। यहाँ पर ये Germany सैनिक के खिलाफ़ जमीन पर लड़ाई करेंगे और France को रिहा करेंगे। कुछ साल पहले हुए The Evacuation Of Dunkirk करके निष्क्रमण के बाद ये पहली बार था कि ब्रिटिश सैनिक जमीन पर मौजूद थी जर्मन सैनिक के खिलाफ़ लड़ने के लिए।


    Hitler के लिये बड़ी मुसीबत वाली परिस्थिती बन जाती है। हिटलर ने Soviet union पर फोकस करने को कहा था अपनी सैनिकों को वहाँ पर ठंड के मारे उन्हें नुकसान सहना पड़ रहा था। Soviet union को पूरी तरीके से हरा नहीं पाए थे और अब ये पश्चिमी सीमा से भी अटैक आ रहा है। तो हिटलर ने फैसला किया की पश्चिमी सीमा से सैनिक को पीछे लिया जाए और सारा काउंटर अटैक फोकस किया जाये पश्चिम से आ रही Allied Forces पर जैसे ही हिटलर ने अपनी सैनिक पीछे हटाई।



    Soviet union से एक बड़ा काउंटर अटैक देखने को मिला सिर्फ दो महीनों के अंदर अंदर Soviet ने करीब 600 किलोमीटर जमीन अपनी वापस ले ली जर्मन से। Poland, Czechoslovakia, Hungary और Romania के देश अब Soviet सैनिक की कब्जे के अंदर आ गए। दूसरी तरफ Allied Forces France में दक्षिण से भी उतर ती है। एक के बाद एक देशों का आज़ादी होना शुरू होता है। हिटलर की सैनिक को बाहर निकालकर फेंका जाता है। Yugoslavia ने तो अपने खुद के दम पर ही जर्मन ट्रूप्स को बाहर निकाल फेंका था। अब तीन दिशाओं से जर्मनी पर हमला किया जा रहा था।

    13)THE BATTLE OF BULGE


    THE BATTLE OF BULGE

    हिटलर अपना आखिरी मेजर प्रमुख आक्रामन करता है। जिसे कहा जाता हे THE BATTLE OF BULGE इसका मकसद था कि Germany सैनिक जाकर Allied Forces को पीछे निकाले। Germany के अंदर औपचारिक रूप से आक्रमण करने से पहले Allied Forces जबरदस्त हवा से बमबारी करती है। जर्मन शहरों पर.

    14) world war II में हर दिन कितने लोग मारे जा रहे थे?



    फरवरी 1945 में Crimea में Yalta Conference कर ली जाती है। इसमें घोषित किया जाता है की जो भी देश Germany पर युद्ध घोषित करेगा ओ जुड़ सकता है। Germany पर हमला करने में। Venezuela, Turkey, Saudi Arabia, syria, Uruguay,Egypt, Lebanon , Paraguay सब युद्ध घोषित कर देते हैं Germany के खिलाफ़। World war 2 के आखिरी चार महीने सबसे ज्यादा दर्दनाक होते हैं। हर दिन 30,000 लोग मारे जा रहे थे। जैसे जैसे Allied Forces आगे बढ़ती है तो उन्हें पता चलता है। Hitler की फैलाए हुए जाल के बारे में। जहाँ पर लाखों बेगुनाह jews को बड़ी बेरहमी से मारा गया। Allied Forces की बमबारी Germany शहरों पर चालू रहती है। बाद में चलकर इस चीज़ की आलोचना की जाती है की ये बे मतलब था जर्मन शहरों पर बमबारी करना। जबकि वहाँ पर बहुत सारे आम नागरिक थे। कहा जाता है की ग्राउंड पर जाकर जब वैसे ही हिटलर को खत्म किया जा सकता था तो ये करने की क्या जरूरत थी? इस वक्त तक साफ हो चुका था कि हिटलर यहाँ पर हारने वाला है।

    14.1}Berlin शहर पर कब्जा।



    आखिरकार जाकर मई 1945 में Berlin शहर को चारों ओर से घेर लिया जाता है। Soviet सैनिकों के द्वारा इस से ठीक 2 दिन पहले।

    15)हिटलर की मृत्यु कब और केसे होती हे?



    30 एप्रिल 1945 को Hitler खुदकुशी कर लेता है। 8 मई 1945 को Germany अधिकारिक तौर पर आत्मसमर्पण करता है। German Territory थी उन्हें बाट दिया जाता है। East Germany और West Germany की गठन होता है। एक नए Poland देश का निर्माण होता है


    East Germany के एक बड़े हिस्से से। और बहुत से देशों के सीमाएं दोबारा से निश्चित किए जाते हैं। आज के दिन जो यूरोप का नक्शा आप देखते हो ये जैसा दिखता है इसका कारण world war 2 की वजह से दिखता है। इससे पहले जो नक्शा था वो कुछ और ही होता था। Germany में जब नई सरकार बनती है तो वो France के साथ हाथ मिलाती है। सदियों पुरानी दुश्मनी इन दोनों देशों के बीच में जो चलती आ रही थी। उसका आखिरकार खत्म होता है।



    शुरुआत में इन दोनों देशों के बीच में निगम बढ़ाने के लिए एक European coal and steel Community बनाई जाती है ताकि Could और Steel जैसी चीजों को लेकर ये व्यापार कर सके। कुछ सालों बाद जाकर आसपास के देश जैसे Italy और Britian भी इसका हिस्सा बनते हैं। व्यापार को अगले स्टेप तक ले जाया जाता है और अंततः जाकर साल 2000 में European union गठन होती है। एक ऐसी संगठन जिसने आज के दिन सारे सीमाएं खत्म कर दिए हैं। European देशों के बीच। और World war 2 के बाद जिसकी वजह से आज तक कोई इस तरीके की युद्ध नहीं हुआ।

    15.1} संयुक्त राष्ट्र की भी स्थापना कब होती हे?



    अक्टूबर 1945 में United Nations की भी स्थापना कराई जाती है। यह सुनिश्चित करने के लिए की दोबारा से दुनिया में कोई World war ना देखने को मिले। इसके बाद चल कर World bank, IMF और NATO का स्थापना किया जाता है। यही कारण है दोस्तों की आपने नोटिस किया हो United Nations के जो स्थायी सदस्य है,


    वो असल में वो देश है जो Allied Forces का हिस्सा थे World war 2 में एक दिलचस्प तथ्य वैसे जो मैंने आपको अभी तक बताया नहीं Germany के आत्मसमर्पण करने के बाद World war 2 खत्म नहीं होती। जापान अभी भी दो महीने लगा देता है आत्मसमर्पण करने के लिए। जुलाई 1945 में जापान को अंतिम चेतावनी दि जाती है कि वो आत्मसमर्पण करें लेकिन इस चेतावनी को इग्नोर कर दिया जाता है। जिसके बाद America Hiroshima and Nagasaki पर एटॉमिक बम गिराता है। क्या है इस एटॉमिक बम की पूरी कहानी? इसे मैंने एक्सप्लेन किया है हिरोशिमा और नागासाकी वाले आर्टिकल मैं यहाँ क्लिक करके आप अधिक जानकारी पा सकते हैं।

     16) world war II में कितने लोग और सैनिक मारे गए?


    World war II death charts


       द्वितीय विश्व युद्ध मानव इतिहास के सबसे घातक युद्धों में से एक था, जिसमें संघर्ष के दोनों पक्षों में लाखों लोग मारे गए थे।  युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले लोगों और सैनिकों की सटीक संख्या पर अनुमान अलग-अलग हैं, लेकिन अधिकांश सहमत हैं कि कुल संख्या चौंका देने वाली थी।

     यूनाइटेड स्टेट्स होलोकॉस्ट मेमोरियल म्यूजियम के अनुसार, द्वितीय विश्व युद्ध में मरने वालों की कुल संख्या लगभग 70 मिलियन लोगों की होने का अनुमान है।  इसमें दुनिया भर के कई अलग-अलग देशों के नागरिक और सैन्य कर्मी शामिल हैं, जिन्होंने 1939 और 1945 के बीच छह साल की लड़ाई के दौरान अपनी जान गंवाई।

     हताहतों की कुल संख्या में से, सबसे बड़ी संख्या आम नागरिकों की थी जो बम, गोलीबारी और हिंसा के अन्य कृत्यों से मारे गए थे।  यह अनुमान लगाया गया है कि युद्ध के दौरान 25 से 30 मिलियन नागरिक मारे गए थे, जिनमें अकाल, बीमारी और संघर्ष के अन्य अप्रत्यक्ष प्रभावों के परिणामस्वरूप कई लोग मारे गए थे।

     सैन्य हताहतों की संख्या भी अधिक थी, कुछ अनुमानों के अनुसार युद्ध के दौरान मारे गए सैनिकों की कुल संख्या 21 मिलियन थी।  इन सैनिकों ने दुनिया भर के कई अलग-अलग राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व किया, जिनमें एक्सिस शक्तियों [Axis powers] (जर्मनी, जापान और अन्य) में सेवा करने वालों के साथ-साथ मित्र राष्ट्रों[Allies] (संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन और सोवियत संघ सहित) के लिए लड़ने वाले भी शामिल थे।  .

     कुल मिलाकर, world war 2 में मारे गए लोगों और सैनिकों की संख्या को समझना मुश्किल है।  इस संघर्ष का दुनिया पर गहरा असर पड़ा, कई देश युद्ध के बाद पुनर्निर्माण और उबरने के लिए संघर्ष कर रहे थे।  छात्रों के रूप में, इस संघर्ष के इतिहास के बारे में जानना और मानव इतिहास में इस कठिन अवधि के दौरान इतने सारे लोगों द्वारा किए गए बलिदानों को याद रखना महत्वपूर्ण है।



    17) द्वितीय विश्व युद्ध कब और कैसे समाप्त हुआ?


    World war II end


    World war II वैश्विक संघर्ष था जो 1939 से 1945 तक चला था। यह मानव इतिहास का सबसे घातक संघर्ष था, जिसमें अनुमानित 85 मिलियन लोग मारे गए थे। युद्ध दो प्रमुख गठबंधनों के बीच लड़ा गया था - धुरी शक्तियाँ, जिसमें जर्मनी, जापान और इटली शामिल हैं, और मित्र राष्ट्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और सोवियत संघ से बने हैं।

     World war II का अंत 15 अगस्त, 1945 को हुआ, जब जापान सरकार ने औपचारिक रूप से मित्र राष्ट्रों के सामने आत्मसमर्पण करने की घोषणा की। इस महत्वपूर्ण घटना ने एक क्रूर संघर्ष के अंत को चिह्नित किया जिसने लाखों लोगों की जान ले ली थी और यूरोप और एशिया के अधिकांश हिस्सों को तबाह कर दिया था।

    धुरी शक्तियों की हार के कारण जटिल हैं, लेकिन कई कारकों ने भूमिका निभाई। मित्र देशों की शक्तियाँ धुरी शक्तियों की तुलना में अधिक सैनिकों, संसाधनों और आर्थिक शक्ति को जुटाने में सक्षम थीं। इसके अतिरिक्त, मित्र राष्ट्रों ने रणनीतिक लाभ का आनंद लिया, जैसे आसमान पर नियंत्रण और एक खुफिया लाभ।

    युद्ध का मोड़ 1942 में आया जब मित्र राष्ट्रों ने मिडवे की लड़ाई में जापानी नौसेना को हरा दिया। इस जीत ने प्रशांत क्षेत्र में जापान के विस्तार को रोक दिया और देश की सैन्य क्षमताओं को कमजोर कर दिया। यूरोप में, निर्णायक बिंदु 1943 में स्टेलिनग्राद की लड़ाई थी, जहां सोवियत संघ ने रूस में जर्मनी की उन्नति को सफलतापूर्वक रोक दिया था।

    एक्सिस शक्तियों की अंतिम हार 1945 के वसंत में शुरू हुई, क्योंकि मित्र देशों की सेना ने जर्मनी और जापान दोनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला किया। यूरोप में, मित्र राष्ट्र 30 अप्रैल, 1945 को बर्लिन, जर्मन राजधानी पर कब्जा करने में सफल रहे। इसके कारण 7 मई, 1945 को जर्मन सेना को पकड़ लिया गया और अंततः आत्मसमर्पण कर दिया गया।

    जापान में, मित्र राष्ट्रों ने टोक्यो और हिरोशिमा सहित प्रमुख शहरों पर हवाई हमलों की एक विनाशकारी श्रृंखला शुरू की। क्रमशः 6 और 9 अगस्त को हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बमों ने युद्ध को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बमों ने 200,000 से अधिक लोगों को मार डाला और 15 अगस्त, 1945 को जापानी सरकार को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया।

    अंत में, द्वितीय विश्व युद्ध सैन्य, राजनीतिक और आर्थिक कारकों के संयोजन के माध्यम से समाप्त हुआ। धुरी शक्तियों की हार युद्ध के मैदान में मित्र देशों की सफलताओं, आर्थिक शक्ति और खुफिया क्षमताओं का परिणाम थी। हालाँकि, युद्ध के अंत में मित्र राष्ट्रों के बीच नाजुक बातचीत और कूटनीति की भी आवश्यकता थी क्योंकि उन्होंने एक नई विश्व व्यवस्था स्थापित करने की कोशिश की जो भविष्य के संघर्षों को रोक सके।

    धन्यवाद।

     Q&A:-


    प्रश्न 1: द्वितीय विश्व युद्ध आधिकारिक तौर पर कब समाप्त हुआ था?
    उत्तर : द्वितीय विश्व युद्ध आधिकारिक रूप से 2 सितंबर, 1945 को समाप्त हुआ, जब जापान ने बिना शर्त आत्मसमर्पण दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए।

    प्रश्न 2: उस सम्मेलन का क्या नाम था जिसमें मित्र देशों के नेताओं ने युद्ध के बाद के यूरोप पर चर्चा की?
    उत्तर : जर्मनी के पुनर्गठन और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना सहित युद्ध के बाद के यूरोप पर चर्चा करने के लिए मित्र देशों के नेताओं ने याल्टा सम्मेलन में मुलाकात की।

    प्रश्न 3: द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति ने संयुक्त राज्य अमेरिका को आर्थिक रूप से कैसे प्रभावित किया?
    उत्तर : द्वितीय विश्व युद्ध के अंत ने उपभोक्ता मांग में वृद्धि और बुनियादी ढांचे पर संघीय खर्च के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए युद्ध के बाद के आर्थिक उछाल का नेतृत्व किया।

    प्रश्न 4: द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद नुरेमबर्ग परीक्षण का क्या महत्व था?
    उत्तर : नूर्नबर्ग परीक्षण महत्वपूर्ण थे क्योंकि उन्होंने मानवता के खिलाफ अपराध करने वाले नेताओं पर मुकदमा चलाने के लिए एक कानूनी मिसाल कायम की, और कुछ सबसे बुरे नाजी अपराधियों को न्याय दिलाया।

    प्रश्न 5: द्वितीय विश्व युद्ध के कुछ स्थायी भू-राजनीतिक परिणाम क्या थे?
    उत्तर : द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में दो महाशक्तियों, संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ का उदय हुआ, और शीत युद्ध की शुरुआत हुई। इसने संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन भी बनाए, जिसने आने वाले दशकों के लिए वैश्विक राजनीति को आकार दिया।

    6. द्वितीय विश्व युद्ध को समाप्त करने वाली प्रमुख मित्र शक्तियाँ कौन थीं?
     उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध को समाप्त करने वाली मुख्य सहयोगी शक्तियाँ संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन और सोवियत संघ थीं।

     7. वे कौन से मुख्य कारण थे जिनके कारण युद्ध समाप्त हुआ?
     उत्तर: मित्र देशों की सैन्य शक्ति, धुरी शक्तियों की राजनीतिक और आर्थिक कमजोरी के साथ मिलकर, द्वितीय विश्व युद्ध के अंत का कारण बनी।

     8. द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के क्या प्रभाव हुए?
     उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के कारण महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हुए जैसे संयुक्त राष्ट्र का निर्माण, यूरोप का पुनर्निर्माण, और महाशक्तियों के रूप में संयुक्त राज्य और सोवियत संघ का उदय।

     9. दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति ने आज दुनिया को कैसे प्रभावित किया?
     उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति ने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों, राजनीतिक विचारधाराओं, आर्थिक प्रणालियों और तकनीकी विकास को आकार देते हुए आज विश्व को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया।  इसकी विरासत आज की राजनीति और वैश्विक व्यवस्था को प्रभावित करती है।

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